Indicators on सफेद मूसली के लाभ You Should Know



छोटे मोटे झगड़े तो छोड़िए नाश्ते में नमक कम हो जाने पर देश में मौत के घाट क्यों उतारी जा रही बहू-बेटियां

मूसली की बिजाई हेतु प्रयुक्त होने वाला बीज अथवा प्लांटिंग मटेरियल

इसके अंकुर में सैपोनिन नाम का एक प्राकृतिक रासायनिक यौगिक होता है। यह बुढ़ापे की गति धीमी करता है, कामोत्तेजक में बढ़ावा करता है। सफ़ेद मूसली की जड़ों में स्टेरायडल और ट्राइटरपेनोइड सैपोनिन-रासायनिक यौगिक होता है जो यौगिक चिकित्सीय स्थानों में प्रयोग में लाया जाता है।

इम्युनिटी को बढ़ाकर रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से शरीर को बिमारियों से लड़ने की ताकत आती है। यह संक्रामक बीमारियों में सर्दी-जुकाम में भी खायी जाती है। इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए इसका सेवन करे।

सफेद मूसली एक अति महत्वपूर्ण है। औषधि के रूप में सफेद मुसली का कंद प्रयोग किया जाता है। यह एक ऐसी जड़ी-बूटी मानी

गर्मियों के मौसम में दही हमारी डेली डाइट में शामिल हो जाता है। साथ ही कई लोग दही खाने के फायदे भी अच्छी तरह से जानते हैं पर क्या आपको मिट्टी के बर्तन में दही खाने के फायदे पता हैं?

सफ़ेद मूसली की खेती की जाने वाले राज्यों में शामिल है। हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, बिहार, राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश व वेस्ट बंगाल।

इसके अलावा, यह ऊर्जा को बढ़ावा देने की सुविधा भी दे सकता हैं ताकि पुरुष बेहतर और अधिक उत्साह के साथ प्रदर्शन कर सकें। नतीजतन, ताकत और स्वास्थ्य के लिए ये सबसे अच्छे पूरक पुरुषों की सहनशक्ति को बढ़ाने में मदद कर सकते हैंं और उन्हें प्रदर्शन करने के लिए आवश्यक अपनी प्राकृतिक शक्ति दे सकते हैंं।

आयुर्वेद में सफेद मूसली शुक्राणु क्षमता बढ़ाने के लिए बहुचर्चित औषधी है। हांलाकि यह अन्‍य click here उत्‍पादों के साथ मिला कर लिया जाने वाला खाद्य पदार्थ है। यदि आप इस प्रकार की समस्‍या से गुजर रहे है तो सफेद मूसली का प्रयोग जरूर करने यह आपकी यौन शक्ति बढ़ाने में आपकी मदद करेगी। इसमें मिलाने बाले अन्‍य अवय है:

We stimulate you to utilize and share the content inside a respectful and honest fashion. Be sure to depart all resource links intact and adhere to relevant copyright and intellectual property suggestions and legal guidelines.

पेशाब की जलन को शांत करने के लिए सफेद मूसली की जड़ का प्रयोग किया जाता है। इसकी जड़ को पीस लें और इलायची के साथ दूध में उबाले इस दूध को पिएं।

आयुर्वेद में कई प्रकार की बिमारियों का इलाज करने के लिए सफ़ेद मुसली इस्तेमाल की जाती है। स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में यह उपयोग में लायी जाती है। बीमारियां खत्म करना हो या सेक्स क्षमता बढ़ाना हो इसमें सफेद मूसली फायदा पहुँचाती है।

सफ़ेद मुसली खाने का तरीका और इसके फायदे आपने जाने। फिर भी इसका सेवन करने के पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें और किसी तरह की परेशानी आने पर डॉक्टर को बताएं।

इसको नियमित तौर पर बालों में अप्लाई करने से बाल टूटने की समस्या अपने आप दूर हो जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *